नई दिल्ली। उत्तर बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात दाना ओडिशा के तट से टकरा गया है। तूफान की वजह से ओडिशा में कई स्थानों पर भारी बारिश और तेज हवाओं ने लोगों को सहमा दिया है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ने की तस्वीरें भी सामने आई हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मुताबिक चक्रवात 'दाना' के पहुंचने की प्रक्रिया 24 और 25 अक्टूबर की मध्य रात्रि में शुरू हुई है। यह शुक्रवार की सुबह तक जारी रहने की उम्मीद है। आईएमडी के मुताबिक तूफान पारादीप (ओडिशा) से लगभग 50 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व, धामरा (ओडिशा) से 40 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 160 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
ओडिशा में 385 बचाव दलों को तैनात किया गया है। 20 एनडीआरएफ, 51 ओडीआरएएफ, 220 अग्निशमन दल और 95 ओडिशा वन विकास निगम दल भी तैनात हैं।
60 ब्लॉक, 2131 गांव, 12 शहरी स्थानीय निकाय और विभिन्न शहरी स्थानीय निकायों के 55 वार्ड के लोगों को निकाला गया है। 4756 चक्रवात राहत केंद्र चालू हैं। 6454 पालतू पशुओं को राहत केंद्रों में लाया गया है। वहीं 213 चिकित्सा दल को भी तैनात किया गया है। 120 पशु चिकित्सा दल भी तैनात हैं।
ओडिशा में अभी तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 7000 से अधिक शिविर स्थापित किए गए हैं। 2,300 से अधिक गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। इस बीच ओडिशा के भद्रक में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने लगीं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हुगली और 24 परगना समेत पूरे दक्षिण बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यहां अगले 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मोहसेन शाहेदी ने बताया कि ओडिशा में 20 टीमें और पश्चिम बंगाल में 17 टीमों को तैनात किया गया है।
कोलकाता बंदरगाह को बंद किया गया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की गई है। बंगाल में राज्य आपदा प्रबंधन बल की 13 बटालियनों को तैनात किया गया है।
0 Comments