नई दिल्ली। भारत ने स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक देशभर में 25 लाख घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इस योजना से लाखों परिवारों के बिजली बिल में कमी आई है और देश टिकाऊ एवं आत्मनिर्भर ऊर्जा भविष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह योजना फरवरी 2024 में शुरू की गई थी, जिसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2026-27 तक एक करोड़ घरों में रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाना है। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार भारत इस लक्ष्य का करीब 25% हासिल कर चुका है।
योजना को और गति देने के लिए सरकार ने इसमें एक नया महत्वपूर्ण घटक जोड़ा है। इसके तहत यूटिलिटी-नेतृत्व वाला एग्रीगेशन मॉडल लागू किया जा रहा है। इस मॉडल के अंतर्गत राज्य की बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) उपभोक्ताओं की ओर से उनके घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित कर सकेंगी। इससे आम लोगों के लिए सोलर सिस्टम लगवाने की प्रक्रिया सरल होगी और तकनीकी व प्रशासनिक अड़चनें कम होंगी।
हालांकि, संसदीय स्थायी समिति (ऊर्जा) ने योजना के क्रियान्वयन को लेकर कुछ चिंताएं भी जताई हैं। समिति का मानना है कि जब तक राज्य सरकारें और उनकी डिस्कॉम पूरी तरह इस योजना से नहीं जुड़तीं, तब तक व्यापक स्तर पर अपेक्षित प्रगति कठिन होगी। समिति ने यह भी कहा कि योजना के धीमे क्रियान्वयन की एक बड़ी वजह जन-जागरूकता की कमी है, क्योंकि कई लोग अभी भी इसके लाभों और प्रक्रिया से पूरी तरह परिचित नहीं हैं।
ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि राज्यों में जागरूकता अभियान तेज किए जाएं और डिस्कॉम की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए, तो आने वाले महीनों में रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की रफ्तार और तेज हो सकती है। इससे न केवल उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मिलेगी, बल्कि देश की ऊर्जा जरूरतों में स्वच्छ स्रोतों की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी।


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